✻ 26 जनवरी पर मुख्य अतिथि :-
✻ भारत में गणतंत्र दिवस 26 जनवरी को मनाया जाता है इस बार गणतंत्र दिवस के मुख्य अतिथि के रुप में ब्रिटिश के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने न्योता स्वीकार कर लिया था लेकिन ब्रिटिश में कोरोनावायरस नये स्ट्रेन के कारण वहां लोक डाउन है जिससे बोरिस जॉनसन ने भारत आने से मना कर दिया।।।
✻ भारत की परंपरा रही है कि गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि के रूप में किसी ना किसी को बुलाया जाता है 1955 में हमने पाकिस्तान के गवर्नर जनरल को गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि के रूप में बुलाया था ...1965 में पाकिस्तान के मंत्री राजा अब्दुल हमीद को मुख्य अतिथि के रूप में इनवाइट किया था इसके बाद अप्रैल 1965 में पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ जंग छेड़ दी थी
✻ जब बोरिस जॉनसन ने भारत आने से मना कर दिया तो इस बार देखना यह होगा कि इस बार मुख्य अतिथि के रूप में कौन आता है... सूत्रों के अनुसार पता चला है कि श्रीलंका, बांग्लादेश, भूटान के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुख्य अतिथि के रूप में भारत आ सकते हैं
✻ लेकिन मेरे अनुसार इस बार मुख्य अतिथि के रूप में ईरान और वियतनाम के राष्ट्रीय अध्यक्ष को बुलाया जाना चाहिए क्योंकि ईरान में हमारा चाबहार पोर्ट का काम चल रहा है जो अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दबाव के कारण हमने उसको बंद कर दिया था लेकिन अब ट्रंप सरकार चली गई है जिससे इस काम में तेजी आएगी
✻ दूसरा वियतनाम के राष्ट्रीय अध्यक्ष को बुलाया जाना चाहिए क्योंकि वियतनाम दक्षिणी चीन सागर में चीन की तानाशाही से परेशान हैं और अगर भारत को चीन पर शिकंजा कसना है तो दक्षिण चीन सागर में अपनी पकड़ मजबूत करनी पड़ेगी जो वियतनाम की सहायता से हो सकता है
✻ यदि ऐसा होता है तो चीन को एक बड़ा झटका लगेगा...
Note :- इसमें लेखक के अपने खुद के विचार हैं...