✻ दीर्घ संधि की परिभाषा , सूत्र , प्रकार तथा 600+ उदाहरण
यह पीडीएफ परीक्षा के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, यह आपको बिल्कुल मुफ्त प्रदान की जा रही है, इसी प्रकार की महत्वपूर्ण पीडीएफ़ पाने के लिए नीचे दिए गए डाउनलोड बटन पर क्लिक करके डाउनलोड कर सकते हैं।
Knowledgekidaa.com एक ऑनलाइन शिक्षा मंच है, यहाँ आप सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए Pdf डाउनलोड कर सकते हैं
दीर्घ स्वर संधि की परिभाषा :-
एक ही वर्ग ( सजातीय वर्ग ) के दो स्वरों का मेल होने पर वह दीर्घ स्वर बन जाता है , इसे ही दीर्घ स्वर संधि कहते है | दीर्घ संधि को "हस्व संधि" भी कहते है |
स्वर संधि के 5 प्रकारों में से दीर्घ स्वर संधि भी एक महत्वपूर्ण प्रकार है |
दीर्घ स्वर संधि का सूत्र :-
अक: सवर्णे दीर्घ:
दीर्घ स्वर संधि के सूत्र का अर्थ :-
ह्रस्व या दीर्घ अ, आ, इ, ई, उ, ऊ और ऋ के बाद ह्रस्व या दीर्घ अ, आ, इ, ई, उ, ऊ और ऋ स्वर आ जाएँ तो दोनों मिलकर दीर्घ आ, ई, ऊ और ऋ हो जाते हैं। इस मेल से बनने वाली संधि को दीर्घ स्वर संधि कहते हैं।
दीर्घ स्वर संधि के प्रकार/ दीर्घ संधि के नियम :-
दीर्घ स्वर संधि के कुल 12 प्रकार या नियम है
जिनका उदाहरण सहित वर्णन निम्न प्रकार है -
(1) अ + अ = आ
(2) अ + आ = आ
(3) आ + अ = आ
(4) आ + आ = आ
(5) इ + इ = ई
(6) इ + ई = ई
(7) ई + इ = ई
(8) ई + ई = ई
(9) उ + उ = ऊ
(10) उ + ऊ = ऊ
(11) ऊ + उ = ऊ
(12) ऊ + ऊ = ऊ
अब हम इन 12 प्रकारों का उदाहरण सहित विस्तार पूर्वक अध्ययन करेंगें |
दीर्घ स्वर संधि के 600+ उदाहरण :-
यहाँ दीर्घ स्वर संधि के 600+ उदाहरण दिये गये है जो दीर्घ स्वर संधि का अभ्यास करने के लिए पर्याप्त है |
(1) अ + अ = आ
अंध + अनुगामी = अंधानुगामी
स्व + अनुभूत = स्वानुभूत
न्यून + अधिक = न्यूनाधिक
काम + अयनी = कामायनी
मुर + अरि = मुरारि
स + अवधान = सावधान
नयन + अंबु = नयनांबु
अपर + अहन् = अपराह्न
परम + अर्थ = परमार्थ
स्व + अधीन = स्वाधीन
शास्त्र + अस्त्र = शास्त्रास्त्र
वेद + अंत = वेदान्त
गव + अक्ष = गवाक्ष
सुषुप्त + अवस्था = सुषुप्तावस्था
अभय + अरण्य = अभयारण्य
शिव + अयन = शिवायन
स्व + अभिमान = स्वाभिमान
अन्य + अन्य = अन्यान्य
धर्म + अर्थ = धर्मार्थ
देव + अर्चन = देवार्चन
मत + अनुसार = मतानुसार
भाव + अर्थ = भावार्थ
कर्म + अर्थ = कर्मार्थ
युग + अंत = युगांत
राम + अवतार = रामावतार
शास्त्र + अर्थ = शास्त्रार्थ
शरण + अर्थी = शरणार्थी
ऊह + अपोह = ऊहापोह
मुख + अपेक्षी = मुखापेक्षी
अर + अवली = अरावली
विकल + अंग = विकलांग
पद + अर्थ = पदार्थ
अर्ध + अंश = अर्धांश
स + अवयव = सावयव
मत + अंतर = मतांतर
मध्य + अह्न = मध्याह्न
पुरुष + अर्थ = पुरुषार्थ
स्व + अर्थ = स्वार्थ
पर + अधीन = पराधीन
परम + अणु = परमाणु
अधिक + अंश = अधिकांश
सर्व + अंगीन + सर्वांगीण
अंत्य + अक्षरी = अंत्याक्षरी
योग + अभ्यास = योगाभ्यास
राम + अयन = रामायण
बाल + अमृत = बालामृत
लोक + अपवाद = लोकापवाद
कृष्ण + अवतार = कृष्णावतार
कल्प + अंत = कल्पांत
गत + अनुगतिक = गतानुगतिक
अर्ध + अंगिनी = अर्धांगिनी
वीर + अंगना = वीरांगना
युद्ध + अभ्यास = युद्धाभ्यास
रत्न + अवलि = रत्नावली / रत्नावलि
रोम + अवलि = रोमावली / रोमावलि
स + अष्ट + अंग = साष्टांग
पूर्व + अह्न = पूर्वाह्न
रस + अयन = रसायन
मोह + अंध = मोहांध
मध्य + अवकाश = मध्यावकाश
स्व + अध्याय = स्वाध्याय
पुस्तक + अर्थी = पुस्तकार्थी
धन + अर्थी = धनार्थी
दैत्य + अरि = दैत्यारि
वडव + अग्नि = वडवाग्नि
सूर्य + अस्त = सूर्यास्त
स्वर्ण + अवसर = स्वर्णावसर
अन्न + अभाव = अन्नाभाव
चरण + अमृत = चरणामृत
राम + अनुचर = रामानुचर
राष्ट्र + अध्यक्ष = राष्ट्राध्यक्ष
विंध्य + अचल = विंध्याचल
देह + अतीत = देहातीत
भग्न + अवशेष = भग्नावशेष
शत + अब्दी = शताब्दी
सहस्त्र + अब्दी = सहस्त्राब्दी
धर्म + अधिकारी = धर्माधिकारी
सह + अनुभूति = सहानुभूति
रुद्र + अक्ष = रुद्राक्ष
अक्ष + अंश = अक्षांश
शोक + अन्वित = शोकान्वित
विचार + अधीन = विचाराधीन
अधिक + अधिक = अधिकाधिक
हिम + अंशु = हिमांशु
प्राप्त + अंक = प्राप्तांक
आत्म + अवलोकन = आत्मावलोकन
पद + अवनत = पदावनत
शत + अंश = शतांश
दाव + अनल = दावानल
काम + अग्नि = कामाग्नि
उत्तम + अंग = उत्तमांग
दाव + अग्नि = दावाग्नि
देह + अंत = देहान्त
सत्य + अर्थी = सत्यार्थी
जन्म + अन्तर = जन्मान्तर
उत्तर + अर्द्ध = उत्तरार्द्ध
पुष्प + अवलि = पुष्पावलि
मद + अंध = मदांध
तिल + अंजलि = तिलांजलि
अस्त + अचल = अस्ताचल
नयन + अभिराम = नयनाभिराम
मध्य + अवधि = मध्यावधि
पूर्व + अर्द्ध = पूर्वार्द्ध
रस + अनुभूति = रसानुभूति
जठर + अग्नि = जठराग्नि
पुण्डरीक + अक्ष = पुण्डरीकाक्ष
देश + अटन = देशाटन
शश + अंक = शशांक
हिम + अद्रि = हिमाद्रि
नव + अंकुर = नवांकुर
दीप + अवली = दीपावली
छिद्र + अन्वेषी = छिद्रान्वेषी
पूर्ण + अंक = पूर्णांक
दीप + अंजलि = दीपांजलि
जीव + अश्म = जीवाश्म
तीर्थ + अटन = तीर्थाटन
हीन + अवस्था = हीनावस्था
शकट + अरि = शकटारि
राम + अनुज = रामानुज
दण्डक + अरण्य = दण्डकारण्य
वात + अयन = वातायन
श्वेत + अम्बर = श्वेताम्बर
नील + अंचल = नीलांचल
कर्म + अधीन = कर्माधीन
रक्त + अम्बर = रक्ताम्बर
रक्त + अम्बुज = रक्ताम्बुज
मूल्य + अंकन = मूल्यांकन
प्र + अर्थी = प्रार्थी
काम + अयनी = कामायनी
गत + अंक = गतांक
नील + अम्बर = नीलाम्बर
पाठ + अंतर = पाठान्तर
ज्ञान + अभाव = ज्ञानाभाव
दिव्य + अस्त्र = दिव्यास्त्र
फल + अपेक्षा = फलापेक्षा
काम + अरि = कामारि
बीज + अंकुर = बीजांकुर
शब्द + अर्थ = शब्दार्थ
स्वर्ण + अक्षर = स्वर्णाक्षर
दिन + अंत = दिनांत
पद + अवंत = पदावंत
नील + अब्ज = नीलाब्ज
पद + अर्पण = पदार्पण
पत्र + अंक = पत्रांक
प्र + आन = प्राण
लोहित + अंग = लोहितांग
ब्रह्मा + अस्त्र = ब्रह्मास्त्र
क्रम + अंक = क्रमांक
गीत + अवलि = गीतावली
जन + अर्दन = जनार्दन
पीत + अम्बर = पीताम्बर
सह + अनुभूति = सहानुभूति
मठ + अधीश = मठाधीश
नील + अम्बुज = नीलाम्बुज
दिवस + अंत = दिवसांत
गीत + अंजलि = गीतांजलि
प्र + अंगन = प्रांगण
दिव्य + अंग = दिव्यांग
द्वैत + अद्वैत = द्वैताद्वैत
सिद्ध + अंत = सिद्धांत
हिम + अचल = हिमाचल
शीत + अंशु = शीतांशु
काम + अंध = कामांध
स + अनुरोध = सानुरोध
युग + अंतर = युगांतर
पद + अवनत = पदावनत
ध्वंश + अवशेष = ध्वंशावशेष
उपदेश + अंतर्गत = उपदेशान्तर्गत
दिवस + अवसान = दिवसावसान
धर्म + अंशु = धर्मांशु
पंच + अग्नि = पंचाग्नि
पक्व + अन्न = पक्वान्न
प्र + अधिकरण = प्राधिकरण
पूर्व + अनुराग = पूर्वानुराग
प्र + अंकुर = प्रांकुर
पित्त + आशय = पित्ताशय
पोषण + अभाव = पोषणाभाव
भ्रम + अर्थ = भ्रमार्थ
मलय + अनिल = मलयानिल
मेघ + अवली = मेघावली
यक्ष + अधिपति = यक्षाधिपति
लिंग + अनुशासन = लिंगानुशासन
वर्ष + अंत = वर्षांत
वंश + अनुक्रम = वंशानुक्रम
विरह + अनल = विरहानल
श्लेष + अलंकार = श्लेषालंकार
स्व + अंगीकरण = स्वांगीकरण
स + अपेक्ष = सापेक्ष
स्वत्व + अधिकार = स्वत्वाधिकार
स + अवधि = सावधि
हुत + अशन = हुताशन
अप + अंग = अपांग
आग्नेय + अस्त्र = आग्नेयास्त्र
उप + अध्याय = उपाध्याय
ऊर्ध्व + अधर = ऊर्ध्वाधर
क्रम + अंक = क्रमांक
क्षीर + अब्धि = क्षीराब्दि
कास + अमृत = कासामृत
काम + अरि = कामारि
ग्राम + अंचल = ग्रामांचल
तथ्य + अन्वेषण = तथान्वेषण
ज्ञान + अर्थ = ज्ञानार्थ
ज्ञान + अभाव = ज्ञानाभाव
दास + अनुभव = दासानुभव
प्रसंग + अनुकूल = प्रसंगानुकूल
पूर्व + अनुराग = पूर्वानुराग
बहुल + अंश = बहुलांश
मंत्र + अभिषिक्त = मंत्राभिषिक्त
मल्लिक + अर्जुन = मल्लिकार्जुन
यज्ञ + अग्नि = यज्ञाग्नि
लाट + अनुप्रास = लाटानुप्रास
लोचन + अभिराम = लोचनाभिराम
वज्र + अंग = वज्रांग
वात + अनुकूलित = वातानुकूलित
शव + अवधान = शवावधान
सत्य + असत्य = सत्यासत्य
स + अर्थक = सार्थक
मल + अवरोध = मलावरोध
संवेद + अंग = संवेदांग
स्पर्श + अनुभूति = स्पर्शानुभूति
हरिण + अक्षि = हरिणाक्षि
अघ + अवधि = अघावधि
आनंद + अतिरेक = आनंदातिरेक
उत्तर + अर्ध = उत्तरार्ध
एक + अंत = एकांत
क्वथन + अंक = क्वथनांक
केशव + अरि = केशवारि
कोमल + अंगी = कोमलांगी
कीट + अणु = कीटाणु
जन्म + अंतर = जन्मान्तर
जीव + अश्म = जीवाश्म
त्रिपुर + अरि = त्रिपुरारी
दश + अश्वमेघ = दशाश्वमेघ
(2) अ + आ = आ
हिम + आलय = हिमालय
सत्य + आग्रह = सत्याग्रह
शुभ + आरंभ = शुभारंभ
पत्र + आलय = पत्रालय
गर्भ + आधान = गर्भाधान
भाव + आविष्ट = भावाविष्ट
स + आकार = साकार
अन + आक्रान्त = अनाक्रान्त
आयत + आकार = आयताकार
रस + आभास = रसाभास
छात्र + आवास = छात्रावास
विस्मय + आदि = विस्मयादि
प्राण + आयाम = प्राणायाम
मरण + आसन्न = मरणासन्न
शरण + आगत = शरणागत
नील + आकाश = नीलाकाश
भय + आनक = भयानक
नव + आगत = नवागत
शाक + आहारी = शाकाहारी
फल + आहार = फलाहार
दीप + आधार = दीपाधार
विजय + आकांक्षी = विजयाकांक्षी
विशाल + आकाय = विशालाकाय
धर्म + आत्मा = धर्मात्मा
शिव + आलय = शिवालय
सचिव + आलय = सचिवालय
न्याय + आलय = न्यायालय
परम + आत्मा = परमात्मा
पुस्तक + आलय = पुस्तकालय
सत्य + आनंद = सत्यानन्द
नित्य + आनंद = नित्यानंद
कुश + आसन = कुशासन
उच्च + आशय = उच्चाशय
देव + आलय = देवालय
छात्र + आलय = छात्रालय
भोजन + आलय = भोजनालय
देव + आगमन = देवागमन
रत्न + आकर = रत्नाकर
परम + आनंद = परमानंद
परम + आवश्यक = परमावश्यक
स + आनंद = सानंद
राम + आश्रय = रामाश्रय
राम + आज्ञा = रामाज्ञा
शस्त्र + आगार = शस्त्रागार
विरह + आकुल = विरहाकुल
विवाद + आस्पद = विवादास्पद
भय + आक्रान्त = भयाक्रांत
सौभाग्य + आकांक्षिणी = सौभाग्याकांक्षिणी
हास्य + आस्पद = हास्यास्पद
स्नेह + आकांक्षी = स्नेहाकांक्षी
विस्मय + आदि = विस्मयादि
सह + आयक = सहायक
पंच + आयत = पंचायत
प्र + आरम्भ = प्रारम्भ
पूर्ण + आहुति = पूर्णाहुति
कार्य + आलय = कार्यालय
वाचन + आलय = वाचनालय
यात + आयात = यातायात
चिर + आयु = चिरायु
गुरुत्व + आकर्षण = गुरुत्वाकर्षण
धूम + आच्छादित = धूमाच्छादित
आम + आशय = आमाशय
विषय + आसक्त = विषयासक्त
ऐक्य + आत्म = ऐक्यात्म
स्वर्ण + आभ = स्वर्णाभ
आयुध + आगार = आयुधागार
शोक + आतुर = शोकातुर
तुषार + आच्छन्न = तुषाराच्छन्न
शुभ + आगमन = शुभागमन
भय + आकुल = भयाकुल
आर्य + आवर्त = आर्यावर्त
मेघ + आच्छन्न = मेघाच्छन्न
भय + आतुर = भयातुर
विरह + आतुर = विरहातुर
लोक + आयुक्त = लोकायुक्त
सिंह + आसन = सिंहासन
प्रेम + आसक्त = प्रेमासक्त
भ्रष्ट + आचार = भ्रष्टाचार
शोक + आकुल = शोकाकुल
अल्प + आहार = अल्पाहार
अल्प + आयु = अल्पायु
वृत्त + आकार = वृत्ताकार
पुण्य + आत्मा = पुण्यात्मा
पद + आक्रान्त = पदाक्रांत
गज + आनन = गजानन
बहुत + आयत = बहुतायत
शीत + आकुल = शीताकुल
खग + आश्रय = खगाश्रय
मित + आहार = मिताहार
भय + आनक = भयानक
हिम + आगम = हिमागम
शयन + आगार = शयनागार
जल + आशय = जलाशय
हिम + आवृत = हिमावृत
स्थान + आपन्न = स्थानापन्न
जन + आदेश = जनादेश
मयूर + आकृति = मयूराकृति
जन + आकीर्ण = जनाकीर्ण
कुसुम + आकर = कुसुमाकर
गमन + आगमन = गमनागमन
मेघ + आलय = मेघालय
कृप + आचार्य = कृपाचार्य
दूत + आवास = दूतावास
द्रोण + आचार्य = द्रोणाचार्य
पत्र + आचार = पत्राचार
पघ + आत्मक = पघात्मक
पुण्य + आत्मा = पुण्यात्मा
वज्र + आघात = वज्राघात
अरण्य + आच्छादित = अरण्याच्छादित
चरण + आयुध = चरणायुध
तुषार + आवृत = तुषारावृत
नख + आयुध = नखायुध
पद्म + आकर = पद्माकर
पघ + आत्मक = पघात्मक
पुष्प + आसन = पुष्पासन
स्वर्ण + आभ = स्वर्णाभ
संकट + आपन्न = संकटापन्न
संगीत + आत्मक = संगीतात्मक
हिम + आगम = हिमागम
स्वर्ग + आरोहण = स्वर्गारोहण
मकर + आकृति = मकराकृति
गर्भ + आशय = गर्भाशय
पित्त + आशय = पित्ताशय
कंटक + आकीर्ण = कंटकाकीर्ण
अन्य + आश्रित = अन्याश्रित
एक + आनन = एकानन
कृष्ण + आनंद = कृष्णानंद
दूर + आगत = दूरागत
पंच + आनन = पंचानन
पद्म + आसन = पद्मासन
पवित्र + आत्मा = पवित्रात्मा
फल + आकांक्षा = फलाकांक्षा
कुसुम + आकर = कुसुमाकर
उच्च + आशय = उच्चाशय
तमस + आच्छन्न = तमसाच्छन्न
तृण + आवृत = तृणावृत
निगम + आगमन = निगमागमन
प्रकाश + आनंद = प्रकाशानंद
पूर्ण + आहुति = पूर्णाहुति
शत + आयु = शतायु
स्वर + आदेश = स्वरादेश
संदेह + आत्मक = संदेहात्मक
हृदय + आकाश = हृदयाकाश
मित+ आहारी = मिताहारी
(3) आ + अ = आ
पुरा + अवतरण = पुरावतरण
विघा + अर्जन = विघार्जन
कदा + अपि = कदापि
तथा + अपि = तथापि
विघा + अर्थी = विघार्थी
परीक्षा + अर्थी = परीक्षार्थी
माया + अधीन = मायाधीन
निशा + अंत = निशांत
महा + अमात्य = महामात्य
शिक्षा + अर्थी = शिक्षार्थी
विघा + अध्ययन = विघाध्ययन
दीक्षा + अंत = दीक्षांत
युवा + अवस्था = युवावस्था
व्यवस्था + अनुसार = व्यवस्थानुसार
क्रिया + अन्वयन = क्रियान्वयन
द्राक्षा + अवलेह = द्राक्षावलेह
रेखा + अंश = रेखांश
आज्ञा + अनुपालन = आज्ञानुपालन
रेखा + अंकित = रेखांकित
सीमा + अंकित = सीमांकित
परा + अस्त = परास्त
मुक्त्ता + अवली = मुक्त्तावली
द्राक्षा + अरिष्ट = द्राक्षारिष्ट
विघा + अभ्यास = विघाभ्यास
विघा + अनुराग = विघानुराग
करुणा + अवतार = करुणावतार
आज्ञा + अनुसार = आज्ञानुसार
पुरा + अवशेष = पुरावशेष
रचना + अवली = रचनावली
ब्रह्मा + अंड = ब्रह्माण्ड
विघा + अग्र =विघाग्र
द्वारिका + अधीश = द्वारिकाधीश
सेवा + अर्थ = सेवार्थ
सत्ता + अंतरण = सत्तांतरण
कविता + अवली = कवितावली
करुणा + अमृत = करुणामृत
मालविका + अग्निमित्र = मालविकाग्निमित्र
दन्त + अवली = दन्तावली
आत्मा + अवलम्बन = आत्मावलम्बन
प्रजा + अर्थ = प्रजार्थ
भाषा + अंतर = भाषांतर
सुधा + अंशु = सुधांशु
दिशा + अंतर = दिशांतर
विघा + अभ्यास = विघाभ्यास
यथा + अर्थ = यथार्थ
कक्षा + अध्यापक + कक्षाध्यापक
श्रद्धा + अंजलि = श्रद्धांजलि
जिह्वा + अग्र = जिह्वाग्र
आवश्यकता + अनुसार = आवश्कतानुसार
धरा + अधीश = धराधीश
चूड़ा + अंत = चूड़ान्त
विघा + अर्जन = विघार्जन
महा + अर्क = महार्क
(4) आ + आ = आ
दया + आनन्द = दयानंद
महा + आशय = महाशय
माया + आचरण = मायाचरण
विघा + आलय = विघालय
वार्ता + आलय = वार्तालय
आत्मा + आनंद = आत्मानंद
रचना + आत्मक = रचनात्मक
प्रेरणा + आस्पद = प्रेरणास्पद
विघा + आकर = विघाकर
महा + आत्मा = महात्मा
द्राक्षा + आसव = द्राक्षासव
क्रिया + आत्मक = क्रियात्मक
स्वेच्छा + आचारी = स्वेच्छाचारी
निशा + आनन = निशानन
विघा + आनंद = विघानंद
तथा + आगत = तथागत
जरा + आयु = जरायु
गदा + आघात = गदाघात
श्रद्धा + आनंद = श्रद्धानंद
वार्ता + आलाप = वार्तालाप
कृपा + आकांक्षी = कृपाकांक्षी
प्रेक्षा + आगार = प्रेक्षागार
कारा + आवास = कारावास
मिथ्या + आचार = मिथ्याचार
चिकित्सा + आलय = चिकित्सालय
चिंता + आतुर = चिंतातुर
भाषा + आबद्ध = भाषाबद्ध
प्रतीक्षा + आलय = प्रतीक्षालय
महा + आनंद = महानंद
कारा + आगार = कारागार
श्रद्धा + आलु = श्रद्धालु
शंका + आलु = शंकालु
क्षुधा + आतुर = क्षुधातुर
लोपा + आमुद्रा = लोपामुद्रा
स्वेच्छा + आचार = स्वेच्छाचार
कृपा + आलु = कृपालु
(5) इ + इ = ई
रवि + इन्द्र = रवीन्द्र
कवि + इन्द्र = कवीन्द्र
अभि + इष्ट = अभीष्ट
शचि + इन्द्र = शचीन्द्र
शशि + इन्द्र = शशीन्द्र
प्रति + इत = प्रतीत
अधि + इन = अधीन
मणि + इन्द्र = मणीन्द्र
अति + इत = अतीत
प्राप्ति + इच्छा = प्राप्तीच्छा
योगिन् + इन्द्र = योगीन्द्र
मुनि + इन्द्र = मुनीन्द्र
गिरि + इन्द्र = गिरीन्द्र
अति + इव = अतीव
यति + इन्द्र = यतीन्द्र
कवि + इच्छा = कवीच्छा
हरि + इच्छा = हरीच्छा
प्रति + इति = प्रतीति
कपि + इन्द्र = कपीन्द्र
अति + इन्द्रिय = अतीन्द्रिय
क्षिति + इन्द्र = क्षितीन्द्र
(6) इ + ई = ई
गिरि + ईश = गिरीश
कवि + ईश = कवीश
मुनि + ईश्वर = मुनीश्वर
अभि + ईप्सा = अभीप्सा
बुद्धि + ईश = बुद्धीश
क्षिति + ईश = क्षितीश
परि + ईक्षण = परीक्षण
हरि + ईश = हरीश
कपि + ईश = कपीश
प्रति + ईक्षा = प्रतीक्षा
कवि + ईश्वर = कवीश्वर
रति + ईश = रतीश
अति + ईला = अतीला
अधि + ईक्षण = अधीक्षण
वारि + ईश = वारीश
कपि + ईश्वर = कपीश्वर
रवि + ईश = रवीश
अधि + ईक्षक = अधीक्षक
वि + ईक्षण = वीक्षण
परि + ईक्षक = परीक्षक
वि + ईक्षक = वीक्षक
अधि + ईश = अधीश
अधि + ईश्वर = अधीश्वर
परि + ईक्षा = परीक्षा
प्रति + ईक्षित = प्रतीक्षित
अभि + इप्सित = अभीप्सित
परि + ईक्षित = परीक्षित
(7) ई + इ = ई
मही + इन्द्र = महीन्द्र
नारी + इन्द्र = नारीन्द्र
फणी + इन्द्र = फणीन्द्र
महती + इच्छा = महतीच्छा
देवी + इच्छा = देवीच्छा
अवनी + इन्द्र = अवनीन्द्र
नारी + इन्दु = नारीन्दु
हिंदी + इतर = हिंदीतर
स्त्री + इतर = स्त्रीतर
नारी + इच्छा = नारीच्छा
नदी + इन्द्र = नदीन्द्र
यती + इन्द्र = यतीन्द्र
लक्ष्मी + इच्छा = लक्ष्मीच्छा
सती + इला = सतीला
सुधी + इन्द्र = सुधीन्द्र
रथी + इन्द्र = रथीन्द्र
स्त्री + इच्छा = स्त्रीच्छा
पत्नी + इच्छा = पत्नीच्छा
(8) ई + ई = ई
नदी + ईश = नदीश
फणी + ईश्वर = फणीश्वर
नारी + ईश्वर = नारीश्वर
श्री + ईश = श्रीश
योगी + ईश्वर = योगीश्वर
भारती + ईश्वर = भारतीश्वर
लक्ष्मी + ईश = लक्ष्मीश
मही + ईश्वर = महीश्वर
रजनी + ईश = रजनीश
मही + ईश = महीश
सती + ईश = सतीश
जानकी + ईश = जानकीश
पृथ्वी + ईश = पृथ्वीश
गौरी + ईश = गौरीश
नदी + ईश्वर = नदीश्वर
पृथ्वी + ईश्वर = पृथ्वीश्वर
(9) उ + उ = ऊ
भानु + उदय = भानूदय
सु + उक्ति = सूक्ति
लघु + उत्तम = लघूत्तम
अनु + उदित = अनूदित
लघु + उत्तर = लघूत्तर
कटु + उक्ति = कटूक्ति
मृत्यु + उपरांत = मृत्यूपरांत
लघु + उक्ति = लघूक्ति
मनु + उपदेश = मनूपदेश
साधु + उक्ति = साधूक्ति
बहु + उपयोगी = बहूपयोगी
बहु + उपमा = बहूपमा
गुरु + उपदेश = गुरूपदेश
मंजु + उषा = मंजूषा
साधु + उपदेश = साधूपदेश
विधु + उदय = विधूदय
बहु + उद्देशीय = बहूद्देशीय
पुरु + उत्सव = पुरूत्सव
मधु + उत्सव = मधूत्सव
रघु + उत्तम = रघूत्तम
गुरु + उक्ति = गुरूक्ति
साधु + उवाच = साधूवाच
वस्तु + उत्प्रेक्षा =वस्तूत्प्रेक्षा
विष्णु + उपासना = विष्णूपासना
(10) उ + ऊ = ऊ
लघु + ऊर्मि = लघूर्मि
धातु + ऊष्मा = धातूष्मा
बहु + ऊर्जा = बहूर्जा
अंबु + ऊर्मि = अंबूर्मि
मधु + ऊर्मि = मधूर्मि
सिन्धु + ऊर्मि = सिन्धूर्मि
भानु + ऊर्ध्व = भानूर्ध्व
साधु + ऊर्जा = साधूर्जा
बहु + ऊर्ध्व = बहूर्ध्व
(11) ऊ + उ = ऊ
भू + उपरि = भूपरि
वधु + उक्ति = वधूक्ति
वधू + उपालय = वधूपालय
वधू + उत्सव = वधूत्सव
भू + उन्नति = भून्नति
चमू + उज्ज्वल = चमूज्ज्वल
चमू + उत्साह = चमूत्साह
वधू + उपकार = वधूपकार
भू + उत्सर्ग = भूत्सर्ग
भू + उत्तम = भूत्तम
सरयू + उदक = सरयूदक
चमू + उत्तम = चमूत्तम
वधू + उल्लास = वधूल्लास
भू + उद्धार = भूद्धार
सरयू + उत्तम = सरयूत्तम
वधू + उपालम्भ = वधूपालम्भ
(12) ऊ + ऊ = ऊ
सरयू + ऊर्मि = सरयूर्मि
वधू + ऊर्मि = वधूर्मि
वधू + ऊर्जा = वधूर्जा
भू + ऊर्ध्व = भूर्ध्व
भू + ऊर्जित = भूर्जित
भू + ऊष्मा = भूष्मा
चमू + ऊर्जा = चमूर्जा
भू + ऊर्जा = भूर्जा
दीर्घ संधि की परिभाषा , सूत्र , प्रकार तथा 600+ उदाहरण PDF Download
पीडीएफ को देखें :-