नक्शबन्दी सूफी सम्प्रदाय की स्थापना एवं साधना प्रणाली के प्रमुख अभिलक्षण
नक्शबन्दी शाखा की स्थापना 14 वीं शताब्दी में बहाउद्दीन नक्शबन्द ने की थी भारत में बाबर ने इस शाखा को लोकप्रिय बनाया वह अपने पिता की भांति नक्शबंदी संत ख्वाजा उबैदुल्ला अहरार का परम भक्त था नक्शबन्दी शाखा में "समा" अर्थात् संगीत-गोष्ठी का आयोजन वर्जित है इसके अतिरिक्त इस शाखा के सूफियों को "जिक्र जली" अथवा उच्च स्वर में संस्मरण की अनुमति नही है , परन्तु वे "जिक्र-खफी" अथवा निम्न स्वर में संस्मरण करते है नक्शबंदी सूफियों ने कुरान के अक्षरश: पालन पर बल दिया